क्रिकेट की दुनिया में कुछ मुकाबले ऐसे होते हैं जो समय की सीमाओं को तोड़कर इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो जाते हैं। ऐसा ही एक अविस्मरणीय मुकाबला हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया, जहां ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ एक ऐतिहासिक रन चेस को अंजाम दिया। यह सिर्फ एक मैच नहीं था, बल्कि एक रोमांचक कहानी थी, जिसमें हार न मानने की जिद, खिलाड़ियों का जुनून और क्रिकेट का जादू साफ झलकता था। क्या आपने कभी सोचा है कि 350 से ज्यादा रनों का पीछा करना कितना मुश्किल हो सकता है? खासकर तब, जब सामने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम हो। आइए, इस महामुकाबले की पूरी कहानी को विस्तार से जानते हैं और उन पलों को फिर से जीते हैं, जिन्होंने क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया।
मुकाबले का परिचय: एक ऐतिहासिक मंच
यह रोमांचक मुकाबला ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ग्रुप B का हिस्सा था, जो 22 फरवरी 2025 को पाकिस्तान के लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, और इंग्लैंड ने बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 351 रन बनाए। यह स्कोर चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर था। ऑस्ट्रेलिया के सामने चुनौती थी कि क्या वे इस विशाल लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। जवाब में, ऑस्ट्रेलिया ने 47.3 ओवर में 5 विकेट खोकर 356 रन बनाकर न केवल मुकाबला जीता, बल्कि ICC के किसी भी ODI टूर्नामेंट में सबसे बड़ा सफल रन चेस भी अपने नाम कर लिया। यह एक ऐसा पल था, जिसने क्रिकेट के दीवानों को अपनी सीटों से उठाकर तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी: बेन डकेट का सुनहरा प्रदर्शन
इंग्लैंड की पारी की शुरुआत शानदार रही। ओपनर बेन डकेट ने इस दिन कुछ ऐसा कमाल किया, जो आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। उन्होंने 143 गेंदों पर 165 रन बनाए, जिसमें 17 चौके और 3 छक्के शामिल थे। यह चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में किसी भी बल्लेबाज का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर था। डकेट की बल्लेबाजी में तकनीक और आक्रामकता का अनोखा संगम देखने को मिला। तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनके ड्राइव्स और स्पिनरों के खिलाफ रिवर्स स्वीप देखकर ऐसा लग रहा था मानो वह मैदान पर नृत्य कर रहे हों।
डकेट ने जो रूट के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 158 रनों की साझेदारी की, जिसने इंग्लैंड को मजबूत नींव दी। रूट ने भी 78 गेंदों पर 68 रन बनाकर अपना अनुभव दिखाया। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को डकेट के सामने पसीने छूटते नजर आए। लेग स्पिनर एडम ज़म्पा ने भले ही 2 विकेट लिए, लेकिन डकेट ने उनके ओवरों में भी जमकर रन बटोरे। पारी के अंत में जोफ्रा आर्चर ने 10 गेंदों पर 21 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसकी बदौलत इंग्लैंड 351 रनों तक पहुंच सका। उस वक्त लगा कि यह स्कोर ऑस्ट्रेलिया के लिए पहाड़ जैसा होगा। लेकिन क्रिकेट में कुछ भी तय नहीं होता, है ना?
ऑस्ट्रेलिया की जवाबी पारी: जोश इंगलिस का तूफान
352 रनों का लक्ष्य आसान नहीं था। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी लड़खड़ाती हुई रही। जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की तेज गेंदबाजी ने ट्रैविस हेड (6) और कप्तान स्टीव स्मिथ (5) को जल्दी पवेलियन भेज दिया। स्कोरबोर्ड पर 2 विकेट पर 24 रन देखकर ऑस्ट्रेलियाई फैंस की सांसें थम गईं। लेकिन यहीं से शुरू हुआ ऑस्ट्रेलिया का कमबैक।
मैथ्यू शॉर्ट और मार्नस लाबुशेन ने तीसरे विकेट के लिए 95 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाला। शॉर्ट ने 63 रन और लाबुशेन ने 47 रन बनाए। लेकिन असली खेल तो जोश इंगलिस और एलेक्स केरी ने दिखाया। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 116 गेंदों पर 146 रनों की साझेदारी की। इंगलिस ने 86 गेंदों पर 120 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 6 छक्के शामिल थे। यह उनका पहला ODI शतक था, और क्या खूब मौके पर आया! उनकी बल्लेबाजी में आत्मविश्वास और आक्रामकता का ऐसा मिश्रण था कि इंग्लैंड के गेंदबाज बेबस नजर आए।
केरी ने भी 69 रन बनाकर इंगलिस का बखूबी साथ दिया। अंत में ग्लेन मैक्सवेल ने 15 गेंदों पर 32 रनों की तूफानी पारी खेली और इंगलिस के साथ 74 रनों की नाबाद साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। 47.3 ओवर में 5 विकेट पर 356 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला अपने नाम किया। क्या आपको लगता है कि इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना आसान था? ऑस्ट्रेलिया ने साबित कर दिया कि उनके पास न सिर्फ प्रतिभा है, बल्कि हौसला भी बुलंद है।
रिकॉर्ड्स की बारिश: इतिहास के नए पन्ने
इस मुकाबले ने क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक में कई नए अध्याय जोड़े। आइए, एक नजर डालते हैं:
- चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे बड़ा स्कोर: इंग्लैंड का 8 विकेट पर 351 रन।
- चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर: बेन डकेट का 165 रन।
- ICC ODI टूर्नामेंट में सबसे बड़ा सफल रन चेस: ऑस्ट्रेलिया का 5 विकेट पर 356 रन।
- लाहौर में ODI का सबसे बड़ा सफल रन चेस: 356 रन।
- इंग्लैंड के खिलाफ ODI में सबसे बड़ा सफल रन चेस: 356 रन।
- जोश इंगलिस का पहला ODI शतक: 86 गेंदों पर 120 रन।
यह ऑस्ट्रेलिया का ODI क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा सफल रन चेस भी था। इससे पहले 2019 में उन्होंने भारत के खिलाफ 359 रनों का पीछा किया था। इस मुकाबले ने साबित कर दिया कि ऑस्ट्रेलिया की टीम किसी भी चुनौती को पार करने में सक्षम है।
खिलाड़ियों की जुबानी: जीत और हार का आलम
मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा, "यह एक शानदार जीत है। हमारे बल्लेबाजों ने कमाल किया, खासकर जोश इंगलिस और एलेक्स केरी ने। यह दिखाता है कि हमारी टीम में कितना दम है।" जोश इंगलिस ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "यह मेरा पहला ODI शतक है, और इसे ऐसी जीत में बनाना खास है। हमें पता था कि ओस की वजह से दूसरी पारी में गेंदबाजी मुश्किल होगी, और हमने इसका फायदा उठाया।"
वहीं, इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर निराश दिखे। उन्होंने कहा, "हमने अच्छा स्कोर बनाया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उससे बेहतर बल्लेबाजी की। हमें अपनी गेंदबाजी पर काम करना होगा।" बेन डकेट ने अपनी पारी को लेकर कहा, "मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूँ, लेकिन टीम की हार ने सारी खुशी छीन ली।"
दर्शकों का जोश: लाहौर में क्रिकेट का जश्न
यह मुकाबला लाहौर में खेला गया, जहां मार्च 1996 के बाद पहली बार कोई ICC इवेंट हुआ। गद्दाफी स्टेडियम में दर्शकों की भारी भीड़ थी, और हर चौके-छक्के पर स्टेडियम गूंज उठता था। सोशल मीडिया पर भी इस मैच की खूब चर्चा हुई। एक फैन ने लिखा, "जोश इंगलिस की पारी मास्टरक्लास थी। ऑस्ट्रेलिया ने दिखा दिया कि वे चैंपियन क्यों हैं।" वहीं, कुछ ने डकेट की शानदार पारी की भी तारीफ की। यह मुकाबला दर्शकों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं था।
ऐतिहासिक नजरिया: रन चेस का नया कीर्तिमान
क्रिकेट में रन चेस हमेशा से रोमांच का सबब रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी में इससे पहले सबसे बड़ा सफल रन चेस श्रीलंका ने 2017 में भारत के खिलाफ 322 रनों का किया था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने इसे पीछे छोड़ दिया। ODI क्रिकेट का सबसे बड़ा रन चेस अभी भी दक्षिण अफ्रीका के नाम है, जब उन्होंने 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 438 रन बनाए थे। लेकिन ICC टूर्नामेंट्स में ऑस्ट्रेलिया का यह चेस अब शीर्ष पर है। यह मुकाबला क्रिकेट इतिहास में हमेशा एक मील का पत्थर माना जाएगा।
निष्कर्ष: क्रिकेट की एक अनमोल कहानी
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच यह मुकाबला सिर्फ एक खेल नहीं था, बल्कि एक ऐसी कहानी थी जिसने हर क्रिकेट प्रेमी का दिल जीत लिया। बेन डकेट ने बल्ले से रिकॉर्ड बनाए, तो जोश इंगलिस ने उससे भी बड़ा रिकॉर्ड बनाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। यह मुकाबला साबित करता है कि क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी चैंपियंस ट्रॉफी की उम्मीदों को मजबूत किया, जबकि इंग्लैंड को आगे के मुकाबलों में मेहनत करनी होगी। लेकिन इस मैच की सबसे बड़ी जीत क्रिकेट की थी, जो हर बार हमें नए सपने दिखाता है। क्या आप भी इस रोमांच को फिर से महसूस करना चाहेंगे?